पंकज कुमार गौतम (चीफ एडिटर)
लखीमपुर-खीरी। इनर व्हील क्लब आफ लखीमपुर नव दिशा के मंडल 312 की मंडला अध्यक्ष
सुषमा अग्रवाल की आधिकारिक यात्रा 27 नवम्बर को हुई। क्लब अध्यक्ष कुमकुम गुप्ता एवं सचिव दीपाली गुप्ता, सरिता सिंह, नीतू अग्रवाल कनक बरनवाल, मंजू बरनवाल,सपना कक्कड़, विभा श्रीवास्तव, पूनम चौरसिया, नूतन सिंह, क्लब मेंबर पूनम चौरसिया के फॉम हाउस पे मंडला अध्यक्षा का स्वागत किया। इस मौके पे इनर व्हील खीरी के भी पदाधिकारी मौजूद रहे। उसके बाद एक होटल में मंडला अध्यक्षा के कर कमलों द्वारा कई प्रोजेक्ट किए गए। पहला प्रोजेक्ट जरूरत मंद को ढेला दिया गया, जिसमे उसने फल बेचने का काम शुरू किया। दूसरा प्रोजेक्ट अर्पण पात्र था, जिसकी उन्हों ने बहुत सराहना की, वो जंगली नाथ मंदिर में रखा गया, जिसमे लोग विसर्जन वाला सामान डाल सकेंगे। तीसरा प्रोजेक्ट स्कूल में दूर से आने वाली 11 लड़कियों को साइकिल दी गई। चौथा प्रोजेक्ट एक कक्षा 11 की लड़की को 1 टेबलेट दिया गया, जो उसकी पढ़ाई में उसको मदद मिलेगी। पांचवा प्रोजेक्ट बालग्रह के 20 बच्चों को ऊनी स्वेटर दिए गए। एक हैप्पी स्कूल भी बनाया गया। कार्यक्रम में सभी का स्वागत टीका लगा कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन पूजा निगम व सुरभि चोपड़ा ने किया। प्रोग्राम की शुरुवात गणेश वंदना से हुई। जिसकी मनमोहक प्रस्तुति क्लब सदस्या प्रगति अग्रवाल ने दी। अरुणा अग्रवाल ने मंडल अध्यक्ष सुषमा अग्रवाल के सादगी भरे जीवन का परिचय दिया। इसके बाद एडिटर कनक बरनवाल ने नवंबर माह की मासिक पत्रिका का विमोचन कराया। पूर्वअध्यक्ष सपना कक्कड़ व विभा श्रीवास्तव ने 24 दिसंबर माह में होने वाले मीना बाजार के टिकट को भी प्रकाशित करवाया। सचिव दीपाली गुप्ता ने जुलाई से नवंबर तक के सारे प्रोजेक्ट जो 100 से अधिक हैं सभी के बारे में प्रोजेक्टर पर सभी को अवगत कराया। इस मौके पे नगर पालिका अध्यक्ष इरा श्रीवास्तव, पीडीसी छाया गुप्ता, पीडीसी पूनम आगा तथा पीडीसी अजय आगा और अन्य क्लब से आए हुए सभी पदाधिकारी भी मौजूद रहे। क्लब सदस्यों ने अपनी क्लब अध्यक्षा का जन्म दिन भी बहुत धूम धाम से मनाया और अंत में मंडला अध्यक्षा सुषमा अग्रवाल ने अपने आशीर्वचन शब्दों से क्लब की सराहना की। साथ ही इस मौके पे नए क्लब सदस्य को पिन पहनाकर नव दिशा परिवार में शामिल किया। इस कार्यक्रम में एक फोटो गैलरी भी बनाई गई जो सभी पूर्व अध्यक्ष के कार्य को दर्शाता है। कार्य क्रम के अंत में राष्ट्रगान हुआ।
