*विलोबी ग्राउंड में गूंजा स्वदेशी का जयघोष, शुरू हुआ ‘यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेला 2025*
*एमएलसी पवन सिंह चौहान ने जनप्रतिनिधि, अफसरों
लखीमपुर खीरी। शुक्रवार दोपहर विलोबी ग्राउंड देशी रंगों और उत्साह से सराबोर नजर आया। “यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेला 2025” का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और जयघोष के बीच हुआ। उप्र विधान परिषद सदस्य पवन सिंह चौहान ने डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, विधायक सदर योगेश वर्मा, जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, जिपं अध्यक्ष प्रतिनिधि नरेंद्र सिंह, सीडीओ अभिषेक कुमार व प्रशिक्षु आईएएस मनीषा धार्वे के साथ फीता काटकर और दीप जलाकर मेले का उद्घाटन किया। पूरा मैदान स्वदेशी उत्पादों, हस्तशिल्प और लोक संस्कृति की झलक से भर उठा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप्र विधान परिषद सदस्य पवन सिंह चौहान ने कहा कि स्वदेशी सिर्फ खरीदारी नहीं, यह आत्मसम्मान का संकल्प है। हर नागरिक को स्वदेशी उत्पाद अपनाकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए। केंद्र और प्रदेश सरकार हर वर्ग के साथ खड़ी है। उन्होंने स्वरोजगार और स्वदेशी उद्यमों को बढ़ावा देने का मंत्र देते हुए कहा कि यही भारत को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाएगा। सरकार ने निर्बल वर्ग को सशक्त करने के लिए जीएसटी दरों में कमी की है, जिससे छोटे व्यापारियों और उद्यमियों को राहत मिली है।
एमएलसी ने कहा कि प्रदेश अब भ्रष्टाचार और गुंडाराज से मुक्त हो चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कानून व्यवस्था सुदृढ़ हुई है और निवेशकों का भरोसा लौटा है। आज प्रदेश में बड़े-बड़े उद्योग स्थापित हो रहे हैं और इससे रोजगार के अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं।
एमएलसी ने प्रशासन से अपील की कि लुप्त हो चुके पारंपरिक उद्योगों को पुनर्जीवित करने के लिए ठोस प्रयास किए जाएं। खीरी की धरती में अपार संभावनाएं हैं। एमएलसी ने घोषणा की कि एसआर ग्रुप के माध्यम से जिले के बेरोजगार युवाओं को नौकरी के अवसर प्रदान किए जाएंगे। जिला प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि खीरी में जिस तरह प्रशासनिक टीम काम कर रही है, वह पूरे प्रदेश के लिए उदाहरण है। स्वदेशी की चर्चा हर घर में होनी चाहिए, तभी जिला, प्रदेश और देश सशक्त बनेगा।
*स्वदेशी स्टालों पर उमड़ी भीड़, एमएलसी ने खुद की खरीदारी*
उद्घाटन के बाद एमएलसी पवन सिंह चौहान ने जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों संग मेले में लगे करीब 50 स्टालों का अवलोकन किया।
इन स्टालों पर विभिन्न विभागों, स्वयं सहायता समूहों, स्थानीय हस्तशिल्पियों और एमएसएमई इकाइयों ने अपने उत्पादों की झलक पेश की। एमएलसी ने हस्तशिल्पियों से उत्पादों की जानकारी ली, उनका हौसला बढ़ाया और स्वदेशी उद्यम को समर्थन देते हुए कई वस्तुएं खुद खरीदीं तथा भुगतान भी स्वयं किया। उनके इस व्यवहार ने पूरे मेले का माहौल आत्मीयता और प्रेरणा से भर दिया।
*सांस्कृतिक मंच पर छाया लोक-संवेदना का रंग* : इसके बाद सांस्कृतिक पंडाल में दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
जीजीआईसी की छात्राओं ने मधुर स्वर में स्वागत गीत प्रस्तुत कर समूचे माहौल को ऊर्जावान बना दिया। वहीं मुखबधिर बालिका द्वारा “मेरे घर राम आए हैं” गीत पर प्रस्तुत नृत्य ने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से देर तक गूंजता रहा।
अतिथियों ने गर्भवती महिलाओं को पुष्टाहार किट देकर गोदभराई संस्कार किया, तो पांच-छह माह के शिशुओं को गोद में लेकर खीर खिलाकर अन्नप्राशन संस्कार भी संपन्न कराया। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को नई उड़ान देते हुए एनआरएलएम के तहत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को साढ़े चार करोड़ रुपये का सीसीएल डेमो चेक प्रदान किया। सीएम युवा उद्यमी योजना के तहत पांच लाभार्थियों को रोजगार शुरू करने के लिए पांच-पांच लाख रुपये के डेमो चेक सौंपे गए। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत सिलाई ट्रेड की पांच महिलाओं को टूलकिट वितरित की गई। वहीं फर्म मूसाराम एंटरप्राइजेज, जुआरी इंडस्ट्रीज लिमिटेड और थारायल इंजीनियरिंग प्रा.लि. को सर्वाधिक जीएसटी योगदान हेतु सम्मानित किया। पांच पीएम मातृत्व योजना लाभार्थियों को हित लाभ प्रमाण पत्र प्रदान किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में उपायुक्त उद्योग उज्जवल सिंह ने कार्यक्रम की आवश्यकता एवं प्रासंगिकता बताएं। कार्यक्रम के अंत में डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और सीडीओ अभिषेक कुमार ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया। वही पीडी एसएन चौरसिया ने आभार ज्ञाप किया।
